UGC New Rule: स्नातक और पढ़ाई के लिए यूजीसी का नया नियम
स्नातक की पढ़ाई के लिए बड़ा बदलाव
यूजीसी (विश्वविद्यालय अनुदान आयोग) ने स्नातक और स्नातकोत्तर छात्रों के लिए एक नया नियम लागू किया है, जिससे छात्रों को अपनी पढ़ाई जल्दी पूरी करने या ज्यादा समय लेकर पूरा करने का विकल्प मिलेगा। यह नियम शैक्षणिक सत्र 2025-26 से लागू होगा। यूजीसी के अध्यक्ष प्रो. एम जगदीश कुमार ने बताया कि इस फैसले का मकसद छात्रों की बौद्धिक क्षमता के आधार पर उन्हें उनकी पढ़ाई में लचीलापन देना है।
जानिए क्या है यूजीसी का नया नियम
यूजीसी जल्द ही एसओपी (मानक संचालन प्रक्रिया) सभी राज्यों और उच्च शिक्षण संस्थानों को भेजने वाला है। इस नियम के तहत, मेधावी छात्रों के लिए हर कोर्स में 10% सीटें आरक्षित की जाएंगी। यह सीटें उन छात्रों के लिए होंगी, जो जल्दी डिग्री पूरी करना चाहते हैं। सामान्य डिग्री प्रोग्राम की तरह ही पाठ्यक्रम और क्रेडिट स्कोर रहेगा, लेकिन डिग्री पूरी करने की समय सीमा छात्रों के मुताबिक तय होगी।
कमजोर छात्रों के लिए ईडीपी का विकल्प
जो छात्र पढ़ाई में कमजोर हैं या जिन्हें ज्यादा समय लगता है, उनके लिए ईडीपी (एक्सटेंडेड डिग्री प्रोग्राम) का विकल्प मिलेगा। ऐसे छात्र पहले और दूसरे सेमेस्टर के बाद यह विकल्प चुन सकते हैं। इसके बाद उन्हें कोर्स पूरा करने के लिए ज्यादा समय मिलेगा। परीक्षा और मूल्यांकन सामान्य डिग्री कोर्स की तरह ही होंगे।
डिग्री का समय घटाने और बढ़ाने का विकल्प
छात्रों के पास अब यह विकल्प होगा कि वे एडिशनल क्रेडिट लेकर 3 साल या 4 साल की डिग्री जल्दी पूरी कर लें। वहीं, जो छात्र धीमी गति से पढ़ना चाहते हैं, वे अपनी डिग्री को 2 अतिरिक्त सेमेस्टर तक बढ़ा सकते हैं।
एडीपी (एक्सीलरेटेड डिग्री प्रोग्राम) के फायदे:
- छात्र प्रति सेमेस्टर अतिरिक्त क्रेडिट लेकर कोर्स जल्दी पूरा कर सकते हैं।
- जो छात्र ज्यादा समय लेना चाहते हैं, उनके लिए डिग्री की अवधि 2 सेमेस्टर तक बढ़ाई जा सकती है।
- 3 साल की डिग्री को 2.5 साल में और 4 साल की डिग्री को 3 साल में पूरा करने का विकल्प।
छात्रों की सुविधा को ध्यान में रखकर लिया गया फैसला
छात्रों की पढ़ाई की गति अलग-अलग होती है। कुछ छात्र जल्दी पढ़ाई पूरी कर नौकरी या उच्च शिक्षा शुरू करना चाहते हैं, जबकि कुछ को ज्यादा समय लगता है। यह नियम छात्रों को उनकी सुविधा के अनुसार पढ़ाई करने का मौका देगा।
इस फैसले के मुख्य लाभ:
- छात्र अपनी पढ़ाई के साथ-साथ अन्य गतिविधियों में हिस्सा ले सकते हैं।
- जल्दी डिग्री पूरी करने वाले छात्र करियर या अन्य कोर्स में आगे बढ़ सकते हैं।
- पढ़ाई में लचीलापन होने से शिक्षा व्यवस्था ज्यादा छात्र केंद्रित बनेगी।
शिक्षा को लचीला बनाने की पहल
यूजीसी का यह नया नियम शिक्षा व्यवस्था को और ज्यादा लचीला और आधुनिक बनाने के लिए लिया गया है। यह नियम छात्रों को उनकी बौद्धिक क्षमता और जरूरतों के अनुसार पढ़ाई का तरीका चुनने का मौका देगा। इससे न केवल छात्रों का आत्मविश्वास बढ़ेगा, बल्कि उनकी सफलता के अवसर भी कई गुना बढ़ेंगे।