UP Contract Employee Good News: उत्तर प्रदेश में संविदा और दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों के लिए बड़ी राहत
उत्तर प्रदेश के सभी संविदा और दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों के लिए बड़ी खुशखबरी आई है। उत्तर प्रदेश कर्मचारी-शिक्षक संयुक्त मोर्चा की पहल पर 18 नवंबर को मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एक अहम बैठक हुई थी. बैठक के दौरान कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए, जिसमें आउटसोर्सिंग कर्मचारियों को नियमित करने का प्रमुख प्रस्ताव भी शामिल है।
सरकार अब आउटसोर्सिंग कर्मचारियों को नौकरी की सुरक्षा, एक स्थिर ढांचा, न्यूनतम वेतन और नियमित नियुक्तियों में प्राथमिकता प्रदान करने के लिए नीतियों का मसौदा तैयार कर रही है। इन नीतियों का उद्देश्य राज्य में सभी अनुबंध श्रमिकों के लिए एक स्थायी और निष्पक्ष रोजगार संरचना सुनिश्चित करना है। यह निर्णय इन कर्मचारियों की लंबे समय से चली आ रही चिंताओं को दूर करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
यूपी के संविदा कर्मियों के लिए अच्छी खबर
उत्तर प्रदेश नगर निगमों में संविदा कर्मियों के लिए बड़ी राहत
उत्तर प्रदेश नगर निगमों में संविदा कर्मियों के लिए बड़ी खबर सामने आई है। इन कर्मचारियों को नियमित करने, उन्हें स्थिर रोजगार देने की योजना पर काम चल रहा है। स्थानीय निकाय निदेशालय ने पहले नगर निगमों में कार्यरत संविदा कर्मचारियों की विस्तृत जानकारी मांगी थी। एक बार नीतिगत रूपरेखा को अंतिम रूप दिए जाने के बाद, नियमितीकरण की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।
मुख्य सचिव की अध्यक्षता में कर्मचारी-शिक्षक संघर्ष मोर्चा की बैठक में ये निर्णय लिये गये. इसके अलावा, पूरे उत्तर प्रदेश में संविदा कर्मचारियों के नियमितीकरण के संबंध में महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। वेतन समिति की सिफारिशों के अनुरूप लैब तकनीशियनों, फार्मासिस्टों और ऑप्टोमेट्रिस्टों की वेतन विसंगतियों को दूर करने के लिए भी सकारात्मक कदम उठाए जा रहे हैं। ये घटनाक्रम राज्य में अनुबंध कर्मचारियों के कल्याण में सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण बदलाव का प्रतीक हैं।
यूपी के संविदा कर्मचारियों के लिए ताजा जानकारी
उत्तर प्रदेश में संविदा कर्मियों के लिए बड़ी राहत: क्षितिज पर नियमितीकरण
उत्तर प्रदेश में संविदा कर्मियों के लिए खुशखबरी आई है। कर्मचारियों की लंबे समय से चली आ रही नियमितीकरण की मांग आखिरकार जोर पकड़ने लगी है। कर्मचारी नेताओं से मिले इनपुट के आधार पर स्थानीय निकाय कर्मचारी सेवा नियमावली के तहत कार्यरत सभी दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों को 2021 तक नियमित करने का आदेश जल्द ही जारी होने की उम्मीद है।
सरकार के नेतृत्व में लिए गए इस निर्णय से 2001 तक कार्यरत सभी दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों को लाभ होगा। इसके अतिरिक्त, सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में कार्यरत तृतीय और चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी भी शिक्षण पदों पर पदोन्नति के लिए पात्र हो सकते हैं, जिससे उन्हें विकास के नए अवसर मिलेंगे। ये घटनाक्रम नौकरी की सुरक्षा और करियर में प्रगति की प्रतीक्षा कर रहे हजारों श्रमिकों के लिए आशा लेकर आए हैं।
माध्यमिक शिक्षा प्रमुख सचिव ने आउटसोर्सिंग कर्मचारियों के नियमितीकरण के संबंध में निर्देश जारी किये हैं। इन श्रमिकों के लिए नियमितीकरण, न्यूनतम वेतन और अन्य आवश्यक लाभों को संबोधित करते हुए एक व्यापक नीति का मसौदा तैयार करने का प्रयास चल रहा है।
कर्मचारियों के सामने आने वाली चुनौतियों पर चर्चा के लिए एक बैठक आयोजित की गई, जिसके परिणामस्वरूप कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। इस कदम का उद्देश्य नौकरी की सुरक्षा सुनिश्चित करना और आउटसोर्सिंग कर्मचारियों के लंबे समय से लंबित मुद्दों को हल करना है, जो उनके कल्याण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
इन सभी संविदा व दैनिक कर्मचारियों को मिलेगा लाभ
उत्तर प्रदेश दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों को नियमित करेगा: निर्णय जल्द होने की उम्मीद है
उत्तर प्रदेश सरकार दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों के नियमितीकरण को लेकर अहम फैसला लेने की तैयारी में है। 2021 तक कार्यरत कर्मचारियों को इस फैसले का पूरा लाभ मिलेगा, जबकि 2001 तक कार्यरत कर्मचारियों को भी नियमित किया जा सकता है। कर्मचारियों की लंबे समय से चली आ रही यह मांग अब जोर पकड़ रही है और जल्द ही समाधान की उम्मीद जगी है।
उत्तर प्रदेश स्थानीय निकाय कर्मचारी महासंघ इस मामले पर पहले भी कई बार प्रशासन से वार्ता कर चुका है। हाल ही में नगर पंचायतों और नगर पालिकाओं से संविदा और दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों का विस्तृत डेटा तीन दिन के भीतर मांगा गया है। 31 दिसंबर 2021 से पहले नियुक्त कर्मचारी इस नियमितीकरण प्रक्रिया का फोकस होंगे। एक बार नीति ढांचे को अंतिम रूप दिए जाने के बाद, नियमितीकरण के लिए आगे के कदम शुरू हो जाएंगे, जिससे राज्य भर के हजारों कर्मचारियों को राहत मिलेगी।